चल पड़े थे उस सड़क पे, जहाँ पे सुकून था, चल पड़े थे उस सड़क पे, जहाँ पे सुकून था,
बहाने तो ऐसे करते हैं जैसे उन्होनें कुछ नहीं देखा। बहाने तो ऐसे करते हैं जैसे उन्होनें कुछ नहीं देखा।
बेहतर है उन रिश्तों को, अब भूल ही जाएँ हम... बेहतर है उन रिश्तों को, अब भूल ही जाएँ हम...
ये तौर, ये तरीके, बनाए किसने! ये तौर, ये तरीके, बनाए किसने!
बड़ी तकलीफ होती है, किसी के पास व किसी से दूर जाने की। बड़ी तकलीफ होती है, किसी के पास व किसी से दूर जाने की।
उठो 'मानव' निन्द्रा तोड़ो 'किरण' का तुमको आया पैग़ाम। उठो 'मानव' निन्द्रा तोड़ो 'किरण' का तुमको आया पैग़ाम।